एपिसोड की शुरुआत होती है जब सचिन और सायली, दिलीप के केस पर सलाह लेने वकील के ऑफिस पहुँचते हैं। वकील सचिन से दिलीप की लोकेशन पूछता है। थोड़ी हिचकिचाहट के बाद सचिन मानता है कि उसने दिलीप को अपने दोस्त अनीश के घर छुपाया हुआ है। वकील उनकी चिंता समझते हुए भरोसा दिलाता है कि वे दिलीप को बचा सकते हैं।
बाहर निकलने के बाद सचिन और सायली चर्चा करते हैं कि रेनूका की एप्लिकेशन से केस को वापस कैसे लिया जाए।
सचिन और परेश की बातचीत
घर आकर सचिन अपने पिता परेश से बात करता है। वह चाहता है कि परेश अपनी पत्नी को समझाएँ ताकि वह दिलीप के खिलाफ दर्ज केस वापस ले ले। हालांकि परेश ज़्यादा उत्साहित नहीं दिखते, लेकिन वह सचिन से वादा करते हैं कि वह कोई न कोई रास्ता ज़रूर निकालेंगे।
आकाष और रिया का सरप्राइज़
दूसरी ओर रिया, रेस्तरां में काम कर रहे आकाष को कॉल करती है। दोनों ने एक-दूसरे को गिफ्ट देने की प्लानिंग की है। आकाष किचन में खास डिश तैयार करता है। तभी नीतू प्रमोशन पाने की खुशखबरी लेकर आती है।
नीतू बिना पूछे आकाष का बनाया केक चख लेती है, जो दरअसल रिया के लिए सरप्राइज़ था। वह आकाष की तारीफ करती है। इसी बीच आकाष को शिफ्ट के बाद एक मीटिंग अटेंड करने का ऑर्डर मिलता है। उसे समझ आता है कि वह रिया से मिलने का वादा पूरा नहीं कर पाएगा।
दूसरी तरफ, रिया आकाष के लिए एक खूबसूरत फैमिली फोटो और एक दिल छू लेने वाला लेटर तैयार करती है। वह यह गिफ्ट सायली को दिखाती है, जो उसकी मेहनत की सराहना करती है। सायली, रिया को हमेशा मदद करने के लिए धन्यवाद कहती है।
रोशनी और चिट्टी की चाल
रोशनी को चिट्टी बताता है कि दिनेश पर हमला हुआ है और वह बेहोश हो गया है। रोशनी डर जाती है और कहती है कि दिनेश को अस्पताल ले जाओ, लेकिन चिट्टी पुलिस केस में पड़ना नहीं चाहता। वह कहता है कि अगर दिनेश होश में आया तो सबसे पहले उसका नाम लेगा जिससे उसकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी।
चिट्टी, रोशनी से इलाज के लिए दो लाख रुपये मांगता है। डर के मारे रोशनी मान जाती है लेकिन थोड़ा वक्त मांगती है। जैसे ही रोशनी वहाँ से जाती है, दिनेश उठ खड़ा होता है। असल में यह सब पैसे ऐंठने की चाल थी। उनका मकसद देशमुख परिवार को बर्बाद करना है।
परेश और रेनूका का आमना-सामना
परेश, शकुंतला के घर पहुँचते हैं ताकि रेनूका से बात कर सकें। शकुंतला उन्हें अकेला छोड़ देती है। परेश, रेनूका से केस वापस लेने की गुज़ारिश करते हैं। लेकिन रेनूका गुस्से से भड़क जाती है। परेश उसे समझाने की कोशिश करते हैं कि दिलीप ने कोई अपराध नहीं किया, मगर रेनूका माफ करने के लिए तैयार नहीं होती।
एपिसोड का अंत
एपिसोड यहीं खत्म होता है, जहाँ दिलीप के केस पर अब भी बड़ा सवाल बना हुआ है – क्या रेनूका केस वापस लेगी या देशमुख परिवार के लिए नई मुसीबत खड़ी होगी?
प्रीकैप
(यहाँ आप चाहें तो अगले एपिसोड का छोटा टीज़र लिख सकते हैं ताकि यूज़र्स को और पढ़ने की उत्सुकता बढ़े।)